Month: November 2020

अभागा पेंटर

कपिल ईसापुरी दोनों वकीलों ने फिर से काफी देर तक गरमागरम बहस की। इस बीच जज महेन्द्र के चेहरे के हाव-भाव को पढ़ने की कोशिश कर रहा था। ऐसा लग रहा था कि जज किसी अन्तिम फैसले की तरफ बढ़ने का प्रयास कर रहा है। “आप अपनी सफाई में कुछ कहना चाहते हैं महेन्द्र बाबू।”जज …

यहाँ नहीं तो कोई रास्ता वहाँ होगा

आनन्दवर्धन द्विवेदी ग़ज़ल उर्दू की एक ऐसी आज़माई हुई कविता कहने की शैली है जिसे बड़े-बड़े उर्दू के उस्ताद शायरों ने अपनी प्रतिभा और भाषा तथा अभिव्यंजनाओं की एक-से-एक बेजोड़ अनुपमेय विशिष्टताओं के खाद-पानी से सींचा-संवारा है, जिससे समय की शताब्दियों लम्बी अनगढ़ यात्रा के बीच जिसके पुष्पों के रंग और पराग की सुगंध म्लान …