Month: June 2021

साहित्य में अकेले कंठ की वे पुकार थे

प्रेमचंद परिवार से जुड़े हिंदी के प्रसिद्ध लेखक अजितकुमार को साहित्य विरासत में मिला था। उनकी मां सुमित्रा कुमारी सिन्हा शिवरानी देवी की समकालीन लेखिका थीं और उस जमाने की प्रमुख प्रकाशक भीथीं। बच्चन परिवार के अंतरंग रहे अजित कुमार के संचयन ‘अंजुरी भर फूल’ (संपादक: पल्लव) के बहाने हिंदी के वरिष्ठ कवि पत्रकार विमल …

जीवट पिताओं की अंतिम पीढ़ी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देती एक किताब

‘कारी तू कब्बि ना हारी’ एक साधारण शिक्षक के जीवन-संघर्ष की गाथा है, जो विषम परिस्थितियों से जूझता है, लेकिन कर्तव्यनिष्ठा के बल पर गाढ़े समय से पार पा लेता है। यह एक आम आदमी की विजय-गाथा है। इस आपाधापी भरे जीवन में ‘जीवन के शाश्वत् मूल्यों’ का निर्वहन करना किसी चुनौती से कम नहीं …

कृष्णा सोबती की अनोखी प्रेम कथा

विमल कुमार क्या आपने अपने शहर में या अपने मोहल्ले में किसी 75 वर्ष की महिला को शादी रचाते हुए देखा है? शायद नहीं देखा होगा। वैसे, आमतौर पर विदेशों में इस तरह की शादियां होती हैं लेकिन भारतीय समाज में ऐसा लगभग न के बराबर होता है पर अपवाद स्वरूप कुछ ऐसी शादियां हुई …

साहित्य में पशु-पक्षी

विजय शर्मा हैदराबाद और डालटनगंज में मैंने मधुमक्खियों को मरते हुए देखा। शोध से पता चला है कि यह मोबाइल फ़ोन का असर है। मोबाइल फ़ोन टावर तथा सेलफ़ोन से एलैक्ट्रोमैगनेट तरंगे निकलती हैं जो मधुमक्खियों के लिए हानिकारक है। इस पर केरल के एक वैज्ञानिक डॉ. सैनुद्दीन पट्टाषि (Dr. Sainuddin Pattazhy) ने एक शोध …