कमल मिश्र ‘बुनकरों की दुनिया : पांच कहानियां और प्रार्थना’, हिंदी के अतिरिक्त तेलगु और अंग्रेजी में भी एक साथ वर्ष 2018 में प्रकाशित हुयी है. हिंदी संस्करण की बात करें तो इसकी चार कहानियों और प्रार्थना का मूल से हिंदी में अनुवाद अभय कुमार नेमा ने, और ‘हम्ब्रीलमाय का करघा’ कहानी का अनुवाद वीणा …
प्रस्तुति : प्रज्ञा तिवारी हिंदी समालोचना के क्षेत्र में एक बड़ा नाम है श्रीमति रोहिणी अग्रवाल जी का। प्रस्तुत है हिंदी के महान लेखक श्री फ़णीश्वरनाथ रेणु की कहानियों में स्त्री विमर्श पर रोहिणी अग्रवाल एवं प्रज्ञा तिवारी की बातचीत के कुछ विशेष अंश : प्रज्ञा: अपनी कहानी तीसरी कसम में रेणु ने स्त्री के …
अनिल अविश्रांत युद्ध में राजवंशों के जय-पराजय के रक्तिम वृतान्तों के बीच इतिहास के ध्वांशेषों में कई बार बहुत सुन्दर प्रेम कथाओं की भी झलक मिलती है। इतिहास चाहे इन्हें महत्व न दे लेकिन जब एक साहित्यकार की दृष्टि इन पर पड़ती है तो ‘राजनटनी’ जैसी रचना जन्म लेती है। गीताश्री ने बारहवीं सदी के …
विमल कुमार (महादेवी की पुण्यतिथि पर) क्या महादेवी वर्मा किसी मुस्लिम युवक से प्रेम करती थी और उससे वह उससे शादी करना चाहती थी? क्या इसके लिए उनके पिता ने धर्म परिवर्तन की बात कही थी? क्या इस घटना का असर महादेवी वर्मा के जीवन पर पड़ा था और उसकी गहरी पीड़ा उनकी कविता में …
अनुपमा शर्मा हाल ही के वर्षों से रजा फाउंडेशन ने प्रसिद्ध चित्रकार एवं कलाकार सैयद हैदर रजा की कला एवं हिंदी साहित्य में रुचि एवं साहित्य-समाज के प्रति चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, उन चिंताओं एवं विचारों को दिशा देते हुए हिंदी में कुछ नए किस्म की पुस्तकें प्रकाशित करने की पहल की है। …