संपादक मण्डल

रेखा श्रीवास्तव

[संपादक|एडमिन]

पूर्वी दिल्ली के एक साधारण परिवार में जन्म व प्रारम्भिक शिक्षा।

जामिया मिल्लिया इस्लामिया, पांडिचेरी यूनिवर्सिटी से क्रमश: स्नातक व एम.ए.। महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक से बी.एड.। दिल्ली विश्वविद्यालय से सिन्धी भाषा-साहित्य और जेएनयू से उर्दू भाषा का अध्ययन। अनुवाद, जनसंचार व पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय से कम्प्यूटर विज्ञान में डिप्लोमा व डोएक सोसाइटी से ‘ओ लेवल प्रमाण-पत्र।

ज्ञानोदय, गगनांचल, लोकायत, संवेद, साहित्य अमृत, सबलोग, शोध समवाय, अनन्तर, नेशनल दुनिया, डेली न्यूज, हिन्दुस्तान सहित देश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में अनुवाद व आलेख प्रकाशित।

लम्बे समय तक दिल्ली के एक स्कूल में शिक्षण कार्य। सम्प्रति अनुवाद और स्वतन्त्र लेखन के साथ विदेशी बच्चों के हिन्दी भाषा शिक्षण में संलग्न।

विश्व हिन्दी सम्मेलन, जोहान्सबर्ग की पुस्तक ‘भाषाई अस्मिता और हिन्दी का वैश्विक सन्दर्भ’, ‘रामधारी सिंह दिनकर : समर शेष है’ और ‘सरहद’ पुस्तक में आलेख व शोधपत्र शामिल। बच्चों के लिए लिखी कहानियों का संग्रह ‘पॉली आन्टी की बगिया’ प्रकाशित। भारतीय ज्ञानपीठ से पुस्तक ‘भारत के प्रधानमंत्री’ और ‘रानी लक्ष्मीबाई’ प्रकाशित.


मीनाक्षी

[सहायक संपादक|एडमिन]

पूर्वी दिल्ली में जन्म ।

दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली से स्नातक। हिन्दी साहित्य में एमए. रचनाएँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित। संप्रति पूर्वी दिल्ली के एक पब्लिक स्कूल में अध्यापन व अनुवाद कार्य में संलग्न।


डॉ. महेश्वर दत्त शर्मा

[सलाहकार] अवैतनिक

जमशेदपुर, झारखंड में जन्म व राँची विश्वविद्यालय से वाणिज्य स्नातक।

दिल्ली विश्वविद्यालय से चेक भाषा व साहित्य का अध्ययन। जामिया मिल्लिया इस्लामिया से एम.ए. और जेएनयू से चेक साहित्य पर एम.फिल. पी-एच.डी. की उपाधि। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से जनसंचार एवं पत्रकारिता में एम.ए.।

विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अनुवाद व आलेख प्रकाशित। ‘भाषाई अस्मिता और हिन्दी का वैश्विक सन्दर्भ’, हिन्दी सिनेमा : बिम्ब प्रतिबिम्ब’, ‘सरहद’ और ‘पास-पड़ोस’ में आलेख संकलित। शैक्षिक प्रकाशक ‘मधुबन’ की सीबीएसई पाठ्यक्रम के अन्तर्गत कक्षा आठवीं की पूरक पाठ्यपुस्तक में बाल सिनेमा पर आलेख शामिल।

पुस्तक ‘बाल साहित्य : उपलब्धि और सम्भावना’ का सम्पादन। ‘लोकायत’, ‘सबलोग’, ‘संवेद’, ‘शोध समवाय’ और ‘अनन्तर’ के सम्पादन से सम्बद्ध। पत्रिका ‘नया ज्ञानोदय’ में सम्पादकीय सहयोगी। दैनिक पॉयोनियर, जनसन्देश टाइम्स, कल्पतरु एक्सप्रेस में लम्बे समय तक सिनेमा पर स्तम्भ लेखन।

 ‘साहित्य सिनेमा सेतु सम्मान’ और ‘चाणक्य वार्ता विशिष्ट योगदान सम्मान’ सहित कई पुरस्कार प्राप्त।

‘कविता का उदात्त स्वर : कुँवर नारायण’, ‘मैं भी मुँह में जुबान रखता हूँ : मैनेजर पांडेय’ और ‘शब्द वैभव’ (मैथिलीशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी और वियोगी हरि के स्वर में उनकी कविताओं पर आधारित) वृत्तचित्र का निर्माण। दूरदर्शन के कार्यक्रम ‘चले आओ चक्रधर चमन में’ व स्वतन्त्रता दिवस की कमेंट्री हेतु शोधकार्य। आकाशवाणी जमशेदपुर से कविताएँ प्रसारित।