Tag Archives: अमन प्रकाशन

फाग-लोक के ईसुरी उपन्यास

दया दीक्षित अभी वे यह चौकडि़या कह ही रहे थे कि इतने में ही रेलवे लाइन की तरफ वाले टोले के कुछ लोग उनके पास आकर रुक गए! लंबे लंबे डग भरके आ रहे इन लोगों के शरीर पसीने से भीगे हुए थे! पिछौरा से मुख और गले का पसीना पोंछता व्यक्ति कहने लगा— फगुवारे …

कबीर के आहृवान की भूमिका

सुनील कुमार युवा कवि, कथाकार, आलोचक भरत प्रसाद की चुनी हुई कविताओं का संग्रह ‘पुकारता हूँ कबीर’ समाज के कई मुद्दों को आईना दिखाती हुई नजर आती है। अमन प्रकाशन से प्रकाशित इस काव्य संग्रह की प्रत्येक कविताओं में समाज से टकराहट की अनुगूँज सुनाई पड़ती है। महात्मा कबीर केवल संत कवि ही नहीं थें …