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मज़दूरों जीवन की पीड़ा का आख्यान : धर्मपुर लॉज

राजनारायण बोहरे “धर्मपुर लॉज” उस पीरियड उपन्यास का नाम है जो कथाकार प्रज्ञा ने  दिल्ली की सब्जी मंडी, मुकीम पुरा, बिरला मिल, घंटा घर और आसपास के जनजीवन पर लिखा है । इस उपन्यास का कालखंड सन 1980 से 1998 के बीच का है।  धर्मपुर लॉज उस भवन का नाम है, जो कि बिरला मिल …