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देखना

अभिषेक कश्यप किस्से-कहानियों के साथ-साथ चित्रों से भी एक सहज लगाव बचपन से रहा है। तब शब्दों से इतना गहरा नाता नहीं बन पाया था लेकिन अब सोचता हूं, छुटपन में ही यह अहसास हो गया था कि अच्छे चित्रों में एक जादू होता है, जो हमारे अंतर्जगत में घटित होता है। अच्छे चित्र हमें …