अपनी प्रखर आलोचनात्मक दृष्टि और क्षमता के साथ छायावाद के प्रमुख चार स्तंभ, – प्रसाद, निराला, पंत तथा महादेवी वर्मा की कविताओं के शब्दों को बोधगम्य अर्थ तक पहुंचाने का विलक्षण ‘काव्य- कोश’, दशकों की साधना से तैयार कर प्रो. कमलेश वर्मा एवं डॉ. सुचिता वर्मा ने अनूठा कार्य किया है। यह काव्य कोश हिन्दी …