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थेथर स्त्री की कथा ‘हादसे’

विभा ठाकुर हिन्दी साहित्य स्त्री आत्मकथा की दृष्टि से विशेष संपन्न नही है फिर भी जितनी संख्या मे आज उनकी उपस्थिति दर्ज की गई है वह सराहनीय है। कारण आत्मकथा में सामाजिक जीवन के साथ व्यक्तिगत जीवन के अनकहे निजी प्रसंगों को विशेष कर स्त्रियों के लिए लिखना जोखिम भरा होता है। क्योंकि मर्दवादी समाज …